यूनिक हरियाणा हिसार, 22 फरवरी। श्रम विभाग के पूर्व निरीक्षक धर्मपाल सैनी ने कहा समाजहित में अपनी हठधर्मिता को छोड़कर लोकतंत्र की बहाली करते हुए 18 साल की आयु पार कर चुके सैनी समाज के युवाओं को मताधिकार मिलना चाहिए। वे सैनी सभा के गठन की मांग को लेकर सैनी स्कूल के बाहर दिए जा रहे अनिश्चितकालीन धरने पर संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने धरने के माध्यम से कहा कि समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा का विरोध होना चाहिए। युवाओं के मार्गदर्शन व नशामुक्ति को लेकर कैंप लगाए जाने चाहिए। सालाना समाज के दो सम्मेलन हों ताकि सामाजिक ताना-बाना मजबूत बन सके। समाज के लोग 36 बिरादरी के हित में अच्छे कार्य करें जिससे भारतवर्ष का सामाजिक विकास हो। उन्होंने कहा कि सैनी सीनियर सैकेंडरी स्कूल की कार्यप्रणाली को ठीक करना चाहिए। स्व. चौ. नन्दराम सैनी द्वारा जिस मकसद से सैनी सभा का गठन किया गया था वे अपने सामाजिक, शैक्षणिक, प्रशासनिक व खेलों के क्षेत्र में उचित विकास कर सके और अपने सही उद्देश्यों को पूरा करे। उन्होंने कहा कि सैनी सभा ट्रस्ट में भाई-भतीजावाद ना फैलाकर समाजहित में कार्य करें न कि निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए इसका राजनीतिकरण करे। आज धरने के दूसरे दिन एडवोकेट पवन दिव्यानंद भिक्षु महाराज, रजनीश कहलागिया, सुरेन्द्र बालाण व मोंटी अग्रवाल बैठे। पूर्वमंत्री चौधरी हरिसिंह सैनी भी धरने पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर कर्मचारी नेता रमेश सैनी, सुभाष सैनी ट्रस्टी, पवन सैनी, जगदीश खण्डेवाल, श्याम लाल बिश्नोलिया, ओमप्रकाश किरोड़ीवाल, अभय राम कटारिया, सुरेश किरोड़ीवाल, श्याम लाल, मोनू, सुरेश गोलिया, महाबीर कटारिया, राजकुमार माजरा, मुकेश दहिया, एडवोकेट मुकेश सैनी, सुरेन्द्र सैनी, रोबिन चौहान, नरेन्द्र सैनी, प्रीतम सैनी, सुभाष सैनी, डॉ. राजेश सैनी, वीरेन्द्र सैनी, गौरव सैनी व समाज के अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
सैनी स्कूल में बाहर दूसरे दिन जारी रहा अनिश्चितकालीन धरना