फाल्गुन मोहत्सव में जमकर नाचे ठाकुर जी व राधे रानी

यूनिक हरियाणा हिसार, 3 मार्च: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री बांकेबिहारी और किशोरी जी के हिसार में 476वें प्राकट्य उत्सव पर फाल्गुन महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। ऐसी मान्यता है कि श्री ठाकुर जी व राधेरानी इस महोत्सव में श्रद्धालुओं के संग होली खेलने आते हैं। उत्सव की शोभा ऐसी थी कि हर कोई बिना किसी आग्रह के थिरकने व अपने आपको रंगों, इत्र व गुलाल में सराबोर करने में मस्त था।
मन्दिर के महंत राहुल शर्मा के अनुसार फाल्गुन महोत्सव का हिसारवासियों और देश-विदेश में रहने वाले श्री ठाकुर जी के भगतों को बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार था, जिसका उन्होंने पूरी श्रद्धा व मस्ती के साथ आनन्द उठाया। डॉ. मोहन जुनेजा हिसार, स्मृति जैन आदमपुर, जीतू माली गुरुग्राम, अभिमन्यु सोनी हांसी व लाला संजय एण्ड पार्टी के भजनों ने पूरा समां बांधा। तीन बजे प्रारम्भ हुआ कार्यक्रम देर रात तक पूरी ऊर्जा व उत्साह के साथ चलता रहा। मन्दिर से जुड़े भक्तों ने भी उत्सव के दौरान अपनी प्रस्तुतियों पर सबको उत्साह से भर दिया। श्री बाँकेबिहारी जी व राधे रानी के स्वागत में मंदिर में फूल बंगला लगाया गया तथा उत्सव स्थल व नगर कीर्तन रथ यात्रा में सुगंधित फूलों का समावेश रहा। हिसारवासियों के लिए यह बड़ी गर्व की बात है कि श्री बांकेबिहारी व राधेरानी इतने वर्षों से हिसार में विराजमान है और हिसार वासियों पर अपनी कृपा बनाए हुए हैं।
महोत्सव की तैयारियों के बारे में बताते हुए महंत जी ने बताया कि महोत्सव से पूर्व हिसार से भगतों का एक जत्था श्री वृन्दावन धाम जाकर वहां विराजमान श्री बांके बिहारी जी व किशोरी जी को फल-फूल, मिठाई, नारियल से पूजा अर्चना कर निमंत्रण देता है। ऐसी मान्यता है कि इसके बाद सभी तैयारियां श्री ठाकुर जी के आशीर्वाद से स्वत: होती चली जाती हैं तथा भक्त मस्ती में झूमते हुए इसका आनन्द लेते हैं। भण्डारे के भोग में भक्तों ने विशेषत: ठंडाई, कचौरी-सब्जी, ठंडे मीठे दही भल्ले, केसर के पान, पके पकवान, हलवा, चावल, कढ़ी, पेठे के सब्जी-पूड़ी, गुजिय़ा, भाजी, छप्पन भोग व विभिन्न प्रकार के राज भोग का आनंद उठाया। इस अवसर पर पंकज शर्मा, संदीप, सुरेश कुमार, विनय, सज्जन सैनी, दिल्लीवान, हंस राज, प्रदीप गुप्ता, राजेश सोनी, अमित शंटी, नरेश गुप्ता, नवनीत शर्मा, नरेंद्र, योगेश, सतीश व धीरज आदि ने मुख्य रूप से उपस्थित रह कर अपनी सेवाएं दीं।