गोअभराण्य में हजारों गायों की मौत के लिए जिम्मेवार कौन : रामनिवास राड़ा

यूनिक हरियाणा हिसार, 13 मार्च : वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं हिसार विधानसभा से कांग्रेस के उम्मदीवार रहे रामनिवास राड़ा ने आरटीआई में हुए खुलासे में गोअभयारण्य से हजारों गायों के गायब होने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इसमें शासन-प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है वहीं यह आंकड़ा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े कर रहा है। रामनिवास राड़ा ने कहा कि जब बेहसहारा गायों के लिए सरकार व प्रशासन ने गौअभरायण्य बनाया तो उनकी देखभाल व चारे-पानी व चिकित्सा इत्यादि का जिम्मा भी प्रशासन का था लेकिन जिस तरह से वहां पर गायों के हालात थे उससे यही स्पष्ट हो रहा है कि एक तरह से वहां पर गायों को मरने के लिए छोड़ा गया था और उनकी देखभाल की कोई समुचित व्यवस्था सरकार व प्रशासन द्वारा नहीं की गई।
एक आरटीआई में जानकारी मिली है कि अगस्त 2019 से जनवरी 2020 तक प्रशासन द्वारा 3125 गाय पकड़ी गई जबकि 28 फरवरी तक गोअभयारण्य में केवल 902 गाय बची थीं। इस हिसाब से गोअभयारण्य में 2156 गायों का क्या हुआ क्या वे सभी काल का ग्रास बन गई। इतनी बड़ी संख्या में गायों का गायब होना कई सवाल खड़े करता है। राड़ा ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा गौरक्षा व गौसेवा के बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन गायों की इस प्रकार से दुर्दशा देखकर लगता है कि सरकार गौरक्षा को लेकर केवल राजनीतिक दिखावा कर रही है।रामनिवास राड़ा।
रामनिवास राड़ा ने कहा कि जिस तरह से गायों को गोअभयारण्य में ले जाया गया और हजारों गाय वहां मौत का शिकार हुई हैं उससे यही सवाल खड़ा होता है कि क्या सरकार व प्रशासन हजारों गायों की मौत का जिम्मेवार है। यदि प्रशासन को इन गायों की देखभाल ही नहीं करनी थी तो वहां हजारों गायों को रोकने का क्या मतलब था इसका मतलब तो प्रशासन ने शहर को पशुमुक्त करने की जिम्मेवारी से पल्ला झाडऩे के लिए गायों को गोअभयारण्य बनाकर उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया। प्रशासन व सरकार की इस लापरवाही व हजारों गायों की मौत के लिए कौन जिम्मेवार होगा इसका जवाब सरकार व प्रशासन को देना चाहिए।