यूनिक हरियाना हिसार 19 मार्च : कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को हमें हल्के में नहीं लेना इसे लेकर बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। यह बात श्री सिद्ध महामृत्युंजय अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष एवं अनुसंधान केंद्र एवं मिशन ग्रीन फाऊंडेशन के संस्थापक सहजानंद नाथ ने कही। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस वायरस की गंभीरता को देखते हुए दुनिया के विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों व डब्ल्यूएचओ को पत्र लिखकर इसे वैश्विक आपातकाल की घोषणा करने की मांग की थी और सभी ने इसके भयावह परिणामों को देखते हुए इसे वल्र्ड एमरजेंसी घोषित किया। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर कोरोना पर नियंत्रण के लिए दर्शनों पर रोक लगाने की मांग की थी जिस पर भी सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए विभिन्न प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शनों पर एकबारगी रोक लगा दी है लेकिन जिस तेजी से हमारे देश में इसके नए मामले सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए इस बारे में और सतर्कता बरतनी बेहद जरूरी है और यह और अधिक न फैले इसके लिए संक्रमण के सबसे अधिक प्रभावित शहरों को तुरंत प्रभाव लोक डाऊन कर देना चाहिए।
सहजानंद नाथ ने कहा कि भले ही सरकार अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रही है लेकिन लोग अभी तक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर बिना किसी सुरक्षा के आना-जाना यथावत जारी है जिससे इस बीमारी के हमारे देश में महामारी का रूप लेने की अधिक आशंका है। सरकार ने स्कूल कॉलेजों, मॉल इत्यादि सार्वजनिक स्थानों को तो खाली करवा दिया है लेकिन लोगों का अन्य स्थानों पर आना-जाना जारी है इस पर रोक लगाने के लिए शहरों में लोक डाऊन बेहद जरूरी है ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।
इसके साथ ही सहजानंद नाथ ने लोगों से भी अपील की है कि वे इस वायरस पर नियंत्रण तक अति आवश्यक न होने तक सार्वजनिक स्थलों पर जाने से खुद को रोकें व इसके साथ ही इसके लिए जरूरी बताए जा रहे सुरक्षा के उपायों मास्क, सेनेटाइजर आदि को आवश्यक रूप से अपनाएं। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी तरफ से पूरे प्रयास कर रही है लेकिन अकेली सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती जब तक आम आदमी भी इसके प्रति जागरुक न हो क्योंकि वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के साथ ही फैलता है। इसलिए सतर्कता व जागरुकता से हम सब मिलकर इस पर विजय पा सकते हैं।
कोरोना को लेकर सतर्कता बेहद जरूरी, हमें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए : सहजानंद नाथ -