हिसार, 20 मार्च।
कोरोना रोग के मद्देनजर कल शाम सब्जी मंडी बंद होने के भ्रामक समाचारों पर रोक लगाने तथा इन समाचारों की आड़ में मुनाफाखोरी करने की कोशिश करने वालों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने आज अलसुबह नई सब्जी मंडी में सब्जियों की खरीद-फरोख्त को नियंत्रित करने के लिए विशेष अभियान चलाया।
मंडी सुपरवाइजर जयपाल सिंह के नेतृत्व में गठित मार्केट कमेटी की टीम ने आज सुबह 4 बजे कार्रवाई करते हुए नकली ग्राहक बनाकर नई सब्जी मंडी भेजे और थोक विक्रेताओं द्वारा फल-सब्जियों के दाम पता करवाए। ऐहतियात के तौर पर सब्जी मंडी के छह थोक विक्रेताओं के स्टॉक रजिस्टर जमा किए गए हैं जिनकी जांच प्रशासन द्वारा की जाएगी। डमी ग्राहकों के माध्यम से जिन विक्रेताओं को अधिक दाम पर सब्जियां बेचते पाया गया उन्हें मौखिक चेतावनी दी गई और मुनाफाखोरी व अवैध भंडारण न करने के संबंध में समझाया गया।
टीम ने अलसुबह सब्जी मंडी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। टीम सदस्यों ने देखा कि रिटेल विक्रेता सब्जी मंडी बंद होने के भय से आवश्यकता से अधिक सब्जियां खरीदने की कोशिश कर रहे थे। ग्राहकों का ज्यादा ध्यान आलू व प्याज जैसी लंबे समय तक खराब न होने वाली सब्जियों को खरीदने पर अधिक था। टीम सदस्यों ने रिटेल विक्रेताओं को समझाया कि सब्जी मंडी बंद होने का समाचार गलत है और सब्जी मंडी में नियमित रूप से पूर्व की भांति कार्य चलता रहेगा। कालाबाजारी व अवैध भंडारण करने वाले सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
टीम सदस्यों के समझाने के बाद विक्रेता मान गए और उन्होंने अधिक मात्रा में सब्जियां खरीदना बंद कर दिया। टीम ने थोक विक्रेताओं व मासाखोर एसोसिएशन के सदस्यों से भी स्थिति की जानकारी मांगी और छह बड़े थोक विक्रेताओं के स्टॉक रजिस्टर जांच के लिए जमा किए। सब्जी मंडी एसोसिएशन के प्रधान सुरेश कुमार ने टीम को भरोसा दिलाया कि सब्जी की कालाबाजारी व अवैध भंडारण नहीं होने दी जाएगी। टीम सदस्यों ने मंडी व सब्जियों के संंबंध में भ्रम न फैलाने तथा अधिक भीड़ एकत्र न करने के संबंध में भी विक्रेताओं व आमजन को जागरूक किया।
मुनाफाखोरी के लिए सब्जियों का भंडारण व कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ हुई प्रभावी कार्रवाई