हिसार, 18 मार्च।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज सक्षम हरियाणा (शिक्षा) योजना की समीक्षा बैठक के दौरान स्कूलों के प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला में न्यूनतम स्कोर वाले 20 स्कूलों को डिस्प्लेजर नोट जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि स्कूलों के स्तर में सुधार नहीं किया गया तो इनके खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने शिक्षा अधिकारियों से सक्षम योजना के तहत जिला के पहली से आठवीं कक्षा तक व 9वीं से 12वीं कक्षा तक के 10-10 ऐसे स्कूलों की सूची मांगी जिनका स्कोर सबसे कम हो। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी स्कूलों को उपायुक्त का डिस्प्लेजर नोट (नाराजगी पत्र) जारी किया जाए और उन्हें शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए चेताया जाए। यदि इसके बाद भी इनके प्रदर्शन में सुधार नहीं किया जाता है तो संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने सूची में शामिल कालवास के राजकीय माध्यमिक पाठशाला (0 प्रतिशत प्रदर्शन), अग्रोहा के राजकीय उच्च विद्यालय (23 प्रतिशत प्रदर्शन), बहबलपुर के राजकीय प्राथमिक पाठशाला (35 प्रतिशत प्रदर्शन), खेड़ा कुतुबपुर के राजकीय प्राथमिक पाठशाला (37 प्रतिशत प्रदर्शन), चूली खुर्द के राजकीय माध्यमिक पाठशाला (40 प्रतिशत प्रदर्शन), कुतुबपुर के राजकीय प्राथमिक पाठशाला (40 प्रतिशत प्रदर्शन), खेड़ी जालब के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय (40 प्रतिशत प्रदर्शन), सातरोड़ खुर्द के राजकीय प्राथमिक पाठशाला (42 प्रतिशत प्रदर्शन), अनाज मंडी स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला (42 प्रतिशत प्रदर्शन), शिव नगर स्थित राजकीय उच्च विद्यालय (43 प्रतिशत प्रदर्शन), अग्रोहा के राजकीय उच्च विद्यालय (3 प्रतिशत प्रदर्शन), घिराय के राजकीय उच्च विद्यालय (10 प्रतिशत प्रदर्शन), शिव नगर के राजकीय उच्च विद्यालय (12 प्रतिशत प्रदर्शन), गांव उकलाना के राजकीय उच्च विद्यालय (13 प्रतिशत प्रदर्शन), दुर्जनपुर के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय (15 प्रतिशत प्रदर्शन), पातन टोकस के राजकीय उच्च विद्यालय (15 प्रतिशत प्रदर्शन), सिसाय कालीरावण के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय (16 प्रतिशत प्रदर्शन), खरकड़ा के राजकीय उच्च विद्यालय (17 प्रतिशत प्रदर्शन), बुढ़ाखेड़ा के राजकीय उच्च विद्यालय (18 प्रतिशत प्रदर्शन) तथा किशनगढ़ के राजकीय उच्च विद्यालय (19 प्रतिशत प्रदर्शन) के स्कोर पर नाखुशी जाहिर करते हुए इनके खिलाफ नोट जारी करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने जिला में बोर्ड परीक्षाओं व सक्षम घोषणा परीक्षा में नकल के मामलों पर भी नाराजगी जाहिर की और इस संबंध में शिक्षा विभाग को अपनी कार्यप्रणाली का समुचित विश£ेषण करने को कहा। उन्होंने कहा कि नकल के मामलों के चलते शिक्षा विभाग के साथ-साथ पूरे जिला की बदनामी हुई है। इस संबंध में शिक्षा विभाग को व्यवहार परिवर्तन व विद्यार्थियों में संस्कार निर्माण की ठोस नीति बनानी होगी। नकल के कारण बच्चों में मेहनत से बचने की जो प्रवृति विकसित होती है वह बच्चों के साथ-साथ पूरे देश व समाज के लिए नुकसानदेह है।
उन्होंने समक्ष योजना के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक खंड के शिक्षा अधिकारी द्वारा बनाई गई रणनीति की जानकारी ली और इनके क्रियान्वयन के संबंध में उन्हें विस्तार से दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के समक्ष चुनौतियों का सामना करने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दिए। उपायुक्त ने ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों के मन से अंग्रेजी विषय का भय निकालने के लिए शिक्षा अधिकारियों को ठोस रणनीति बनाने को कहा। उन्होंने सक्षम स्कोर में 7वीं रैंक आने पर शिक्षा अधिकारियों को शाबासी भी दी और आगामी समय में चौथी रैंक प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया।
बैठक में सीएमजीजीए स्पर्श महेश्वरी, एलीना, डीईईओ धनपत राम, डाईट प्राचार्या मिनी आहुजा सक्षम नोडल अधिकारी रजत तथा बीईओ ज्ञान सिंह सहित अन्य खंड शिक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने सक्षम हरियाणा (शिक्षा) योजना की समीक्षा की