हिसार 21 अप्रैल :
कोरोना महामारी के चलते प्रिंटिंग व्यवसाय बंद होने से लाखों रुपये की प्रिंटिंग मशीनें खराब होने के कगार पर हैं क्योंकि लंबे समय तक खड़ी रहने से महंगी मशीनें खराब हो रहीं हैं। इसलिए सरकार को क्रमवार सप्ताह में दिन निर्धारित करके प्रिंटिंग मशीन चलाने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए। यह बात ऑफसैट प्रैस एसोसिएशन हिसार के प्रधान अनिल ढुल ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। अनिल ढुल ने कहा कि एक ओर तो मशीनों के खराब होने की पूरी संभवना है वहीं प्रिंटिंग प्रैस मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन खुलने के बाद व स्थिति सामान्य होने में काफी समय लगेगा तब तक इस व्यवसाय से जुड़े लोग और आर्थिक तंगहाली के दौर में पहुंच जाएंगे। प्रिंटिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए यह समय काफी व्यस्त रहने वाला होता है और प्रिंटिंग प्रैस मालिक पूरे साल इस सीजन का इंतजार करते हैं लेकिन लॉकडाऊन ने उनकी सभी योजनाओं को धराशायी कर दिया है। लाखों रुपये की मशीनें धूल फांक रही हैं और कर्मचारियों को भी तनख्वाह देनी पड़ रही है जिसने प्रिंटिंग प्रैस मालिकों की चिंता को और बढ़ा दिया है। ऐसा नहीं है कि केवल प्रिंटिंग व्यवसाय से जुड़े लोग ही कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहे हैं अधिकतर व्यवसायों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है। अनिल ढुल ने सरकार से मांग की कि सरकार लॉक डाऊन के दौरान नियमों के पालन की शर्त के साथ सप्ताह में दिन निर्धारित कर क्रमवार प्रिंटिंग प्रैस चलाने की अनुमति प्रदान करे ताकि उनकी लाखों रुपये की मशीनों को खराब होने से बचाया जा सके।