यूनिक हरियाणा न्यूज़ , हिसार। हरियाणा प्रदेशव्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने मिलर व आढ़तियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार की मार्केट बोर्ड द्वारा नया पत्र नंबर 82978410 20 मार्च को जारी करके सरसों की खरीद खुली बोली से ना करने का फरमान जारी करना उचित नहीं है। जबकि सरसों की मंडियों में ओपन ना होने व हैफेड़ द्वारा सरसों बैचने के लिए टेंडर लगाने के बावजूद भी सरसों ऑयल मिलरों को ना मिलने से हरियाणा में ऑयल मिलों पर मिल चलाने के संकट आ गए हैं और मिले बंद होने के कगार पर है जबकि हैफेड विभाग ने 16 मई से 20 मई तक हर रोज सरसों बैचने के लिए टेंडर ओपन किए थे। ऑयल मिलरों ने टेंडर देने के बावजूद भी हैफेड विभाग ने ऑयल मिलों को सरसों नहीं बेची अगर हैफेड विभाग को सरसों बेचनी नहीं थी तो वह बार-बार टेंडर क्यों लगा रही है। गर्ग ने कहा कि सरकार ने अनाज मंडियो में सरसों की ओपन बोली बंद कर दी है और सरकार आयल मिलों को सरसों उपलब्ध नहीं करा रही है और ना ही आयल मिलरों को पड़ोसी राज्यों की सरसों खरीदने की इजाजत दे रही है। तो ऐसे में हरियाणा में कैसे आयल मिले चलेगी। यह बहुत बड़ा चिन्ता का विषय है। जबकि एक तरफ सरकार उद्योगों को चालू करने की बात कर रही है। दूसरी तरफकच्चा माल आयल मिलों व उद्योग को खरीदने नहीं दे रही तो ऐसे में कैसे हरियाणा में उद्योग चलेगा। सरकारी खरीद एजेंसियों ने अब तक लगभग 78 लाख क्विंटल सरसों की खरीद की है जबकि सरकार सरसों का एक-एक दाना खरीदने की बात कर रही हैमगर किसानों को अपनी सरसों बैचने के लिए मंडियों में काफी दिनों से धक्के खाने पड़ रहे हैं
हरियाणा मार्किट बोर्ड द्वारा सरसों की ओपन बोली न करने का नया फरमान जारी करना उचित नहीं है: बजरंग गर्ग