हिसार, 7 मई।
डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, विधायक डॉ. कमल गुप्ता व मेयर गौतम सरदाना ने आज दोपहर 2 बजे हिसार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर बिहार के मुज्जफ्रपुर के लिए रवाना किया। इस ट्रेन में हरियाणा के 13 जिलों में फंसे 1200 प्रवासी श्रमिकों को बिहार भिजवाया गया है। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी व पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया भी मौजूद थे।
ट्रेन को रवाना करने उपरांत मीडिया कर्मियों से बात करते हुए डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि लॉकडाउन के कारण अन्य प्रदेशों के जो श्रमिक हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए थे और अपने घर जाना चाह रहे थे, उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा मानवता के नाते अपने खर्च पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से उनके घर भिजवाया जा रहा है। कल हिसार से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के कटिहार के लिए रवाना की गई थी जिसमें 1200 श्रमिकों को उनके घरों तक भिजवाया गया है। इसी कड़ी में आज फिर एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन (नंबर 04732) को बिहार के मुज्जफरपुर के लिए रवाना किया गया है जिसमें 1200 श्रमिकों को रवाना किया गया है।
उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब भारतीय एक हैं। इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को अपने खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की पहल की है। देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है। ये सभी प्रवासी श्रमिक हरियाणा प्रदेश के मेहमान थे और लॉकडाउन खुलने उपरांत परिस्थितियां सामान्य होने पर ये फिर अपने कार्यस्थलों पर लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी जो प्रवासी श्रमिक हरियाणा से अपने गृह राज्यों को लौटना चाहते हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर वापस भिजवाया जाएगा।
विधायक डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन ने विभिन्न सामाजिक, धार्मिक व समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से हर जरूरतमंद परिवार की आगे बढक़र मदद की और किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने दिया गया। लेकिन पारिवारिक मजबूरियों या किसी अन्य कारण से जो व्यक्ति घर जाना चाहते हैं उनकी सहायता के लिए सरकार प्रतिबद्घ है। हरियाणा में रहने वाले जो प्रवासी श्रमिक अपने गृह राज्य जाना चाहते हैं वे ऑनलाइन पंजीकरण करवाएं। उन्हें आगामी दिनों में स्पेशल ट्रेन के माध्यम से उनके घर तक भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने जानकारी दी कि आज जींद, कैथल, गुरुग्राम, करनाल, भिवानी, नारनौल, पानीपत, अंबाला, रोहतक, झज्जर, यमुनानगर, हिसार, दादरी व हांसी के 1200 श्रमिकों को 37 बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन लाया गया। यहां इन सबकी स्वास्थ्य जांच की गई व हाथों को सैनेटाइज करवाकर भोजन व पानी दिया गया। प्रत्येक श्रमिक की थर्मल स्कैनिंग करके उन्हें मास्क भी उपलब्ध करवाए गए। इसके उपरांत सरकार की ओर से प्रत्येक श्रमिक को टिकट (580 रुपये प्रति टिकट) मुहैया करवाई गई। इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन के लिए सरकार द्वारा 6.96 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।
उन्होंने बताया कि श्रमिकों को यहां गुरुद्वारा व अन्य संस्थाओं की ओर से भोजन व पानी उपलब्ध करवाया गया है। सफर के दौरान दिल्ली में इन्हें रेलवे द्वारा खाना उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन के सभी 24 डिब्बों में साबुन व सैनेटाइजर्स रखवाए गए हैं। ट्रेन में 6 महिला यात्री व बच्चे भी थे जिन्हें सॉफ्ट टॉय, बिस्कुट व चॉकलेट दी गईं। सभी श्रमिकों को भी उनके बच्चों के लिए सॉफ्ट टॉय भेंट किए गए। आज श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार के आठ जिलों मुज्जफ्रपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी व शिवहर के प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया।
इस अवसर पर हिसार एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, नगर निगम के अधीक्षक अभियंता रामजीलाल सहित अन्य विभागों व रेलवे के अधिकारी भी उपस्थित थे।
ट्रेन से बिहार के 8 जिलों के 1200 श्रमिकों को सरकारी खर्च पर घरों तक भिजवाया गया